
योगी सरकार के संभावित इकलौते मुस्लिम मंत्री दानिश आजाद अंसारी बलिया से हैं। दानिश लंबे समय से राजनीति में है, उन्हें सीएम योगी का करीबी माना जाता है। दानिश बलिया के नजदीक बसंतपुर के नजदीक के रहने वाले हैं और एबीवीपी में कार्यकर्ता रहे है।
आजाद ने शुरूआती पढ़ाई बलिया से की है, जबकि ग्रेजुएशन लखनऊ से किया है। उन्हें संभावित रूप से राज्यमंत्री के रूप में जगह मिल सकती है। इस बार मोहसिन रजा को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई हैं। अब दानिश योगी सरकार का संभावित मुस्लिम चेहरा हैं।
दानिश को मेहनत का फल 2017 में मिला और उन्हें उर्दू भाषा की समिति का सदस्य बनाया गया। साल 2021 में उन्हें संगठन में अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई थी, हालांकि इस बार उनका कद बढ़ाकर मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है। 32 साल की उम्र में वो योगी सरकार कैबिनेट का युवा चेहरा हैं। लखनऊ यूनिवर्सिटी से उन्होंने बीकॉम किया है। इसके बाद उन्होंने मास्टर क्वालिटी मैनेजमेंट में और मास्टर आॅफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में किया है।
10 मार्च को यूपी की बड़ी जीत पर दानिश आजाद अंसारी ने लिखा था कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ने यह साबित कर दिया है कि हमारे प्रदेश की जनता अब जात-पात-धर्म-मजहब से ऊपर उठकर विकासवाद और राष्ट्रवाद को सर्वोपरि समझती है। हम सभी को इस ऐतिहासिक जीत की ढेर सारी बधाई देते हैं।