कल्पना से परे रिजल्ट आया है। हांलाकि पंजाब में अप्रत्याशित जीत दर्ज आम आदमी पार्टी ने एक इतिहास रच दिया है। इसके लिए आप पार्टी बधाई की पात्र है । कांग्रेस पार्टी का जनाधार बिल्कुल भी नहीं रहा है, देश की इतनी बड़ी पार्टी के हालात पर तरस खाने के अलावा कुछ भी कहना ठीक नहीं है। कांग्रेस पार्टी को बहुत बहुत चिंतन मनन मंथन करने की आवश्यकता है क्योंकि यह उनका स्तर लगातार निचे गिरता ग्रांफ है। लगता है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी इसके लिए खुद ही जिम्मेदार है।लचर पचर एवं सही बक्त पर निर्णय नहीं लेना नहीं चाहती पार्टी । राहुल गांधी पिछले तीन साल से अध्यक्ष के लिए तैयार नहीं है,ठुल मुल निती के चलते राहुल गांधी खुद ही जिम्मेदार है। सोनिया गांधी गिरते स्वास्थ्य से चिंतित हैं, हालांकि प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ओर से बहुत बहुत ही मेहनत की लेकिन जमीन पर उनका जनाधार नहीं रहा और नाही उनके पास संगठन नहीं है। चलो यह तो बात कांग्रेस पार्टी की हुई परन्तु क्या भारतीय जनता पार्टी जीत से अपनी गल्तियौ पर प्रश्र चिन्ह तो फिर भी है। अनेकानेक मुद्दों की भरमार थी बढ़ती हुई किमतें देश में कोरोनावायरस विमारी, भुखमरी, हिन्दू मुस्लिम जैसे अनेक प्रकार के मुद्दे प्रदेश एवं देश भरे हुए हैं। तब क्या हम यह सुनिश्चित करले की भारतीय जनता पार्टी को कोई देश में हरा नहीं सकती है क्योंकि इससे बुरा हाल और दौर हों ही नहीं सकता था लेकिन गरीब जनता ने पांच किलो अनाज छः हजार सालाना रुपए देकर लुभाने वाली पार्टी जनता को लुभाने में कामयाब हो गयी है। तों क्या हम यह सुनिश्चित कर लें कि नरेंद्र मोदी चाहें काला करे या सफेद जनता सिर्फ और सिर्फ मुफ्त झांसे में आकर देश और प्रदेश में भाजपा को चुनती रहेगी लेकिन यह सब अन्त नहीं है, फिर सुबह होगी देश युही चलता रहेगा। देखते रहिए।