सत्ता, धन और शक्ति के मद में चूर
~ कोई व्यक्ति ~ 👇
यदि बिना कुसूर के आपको
अपशब्दों द्वारा अपमानित करता है, तो.
★ उसे धन्यवाद दीजिए, ★
~ क्योंकि ~
उसने अपने पूर्व जन्म के
ज़बरदस्त संघर्षों,
ईश्वरीय भक्ति और
अच्छे आचरण के कारण …
❗ इस जन्म में ❗
धन, सत्ता और शक्ति को
प्राप्त किया है.
ज़ाहिर है …
उसके पूर्व जन्म के सद्कर्म,
सुविचार, धन .. आपसे अधिक हैं.
अब अगर वो बिना कारण के
आप पर क्रोध करता है,
आपका अपमान करता है, तो
उसके पूर्व जन्म का एक बड़ा हिस्सा
आपके पास
स्थानांतरित हो जाता है.
ऐसे लोग ~
भौतिक नजरिये से स्वयं को
चाहे जो भी हमझें,
आध्यात्मिक रूप से
महामूर्ख होते हैं.
ईश्वर ऐसे लोगों से
घृणा करते हैं, लेकिन
जब तक उसका
पूर्व जन्म में संचित
धन समाप्त नहीं होता,
तब तक उसकी
दुर्गति नहीं कर सकते.
आखिर … अपने बनाए नियमों से
ईश्वर भी बंधे हैं.
अत: सत्ता, सम्पत्ति और
शक्ति के मद में चूर व्यक्ति के
दुर्व्यवहार के लिए
आप उसे हृदय से धन्यवाद दीजिए,
क्योंकि बगैर कुछ किए ऐसा पुण्यफल
आपको और कहाँ मिलेगा.
आगे चलकर यही पुण्यफल …
आपकी ताकत बनेगा.