⛅ *दिनांक – 27 फरवरी 2022*
⛅ *दिन – रविवार*
⛅ *विक्रम संवत – 2078*
⛅ *शक संवत -1943*
⛅ *अयन – उत्तरायण*
⛅ *ऋतु – वसंत ऋतु*
⛅ *मास – फाल्गुन (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार- माघ)*
⛅ *पक्ष – कृष्ण*
⛅ *तिथि – एकादशी सुबह 08:12 तक तत्पश्चात द्वादशी*
⛅ *नक्षत्र – पूर्वाषाढा सुबह 08:49 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा*
⛅ *योग – वयतीपात शाम 05:39 तक तत्पश्चात वरीयान*
⛅ *राहुकाल – शाम 05:14 से शाम 06:42*
⛅ *सूर्योदय – 07:02*
⛅ *सूर्यास्त – 18:40*
⛅ *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण – त्रिस्पृशा- विजया एकादशी (भागवत), द्वादशी क्षय तिथि*
💥 *विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*