कोटा। बरवाड़ा से उज्जैन जा रही बारातियों से भरी कार चंबल नदी में समा गई। दुर्घटना में दूल्हे अविनाश वाल्कीकि, उसके भाई केशव सहित 9 लोगों की दुर्घटना में मौत हो गई। दुर्घटना ड्राइवर की नींद की वजह हुई। इस्लाम शनिवार सुबह 5.00 बजे ही शादी की बुकिंग में बरवाड़ा से जयपुर चला गया था और शाम 6.00 बजे आया। 11 घंटे की ड्राइविंग के बाद भी वह रात 11.00 बजे तक जाग रहा था। रात दो बजे बारात निकली, इसलिए उसे डेढ़ बजे ही जगा दिया गया।
ड्राइवर को झपकी आई और बिना मुंडेर वाली पुलिया से कार चंगल में समा गई। बस में 70 बाराती थे। पर बस कार से आगे निकल गई। बस सवार परिजनों ने बताया कि आखिरी बार कार सवारों से 5.30 बजे बात हुई थी। हादसा 5.30 से 6.00 बजे के बीच हुआ।
कार नदी में समाने के बाद ड्राइवर के आगे और साइड का कांच तोड़कर दो लोग तो निकल गए पर दूल्हा भी ड्राइवर सीट पर पहुंचा लेकिन निकल नहीं पाया। सुबह 8 बजे कंट्रोल रूप से कार गिरने की सूचना मिली।